महाभारतम् — 12.28.3
Original
Segmented
अश्मानम् ब्राह्मणम् प्राज्ञम् वैदेहो जनको नृपः संशयम् परिपप्रच्छ दुःख-शोक-परिप्लुतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अश्मानम् | अश्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ब्राह्मणम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राज्ञम् | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
वैदेहो | वैदेह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जनको | जनक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नृपः | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संशयम् | संशय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परिपप्रच्छ | परिप्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
परिप्लुतः | परिप्लु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |