Original

सुखं मोक्षसुखं लोके न च लोकोऽवगच्छति ।प्रसक्तः पुत्रपशुषु धनधान्यसमाकुलः ॥ ५ ॥

Segmented

सुखम् मोक्ष-सुखम् लोके न च लोको ऽवगच्छति प्रसक्तः पुत्र-पशुषु धन-धान्य-समाकुलः

Analysis

Word Lemma Parse
सुखम् सुख pos=n,g=n,c=1,n=s
मोक्ष मोक्ष pos=n,comp=y
सुखम् सुख pos=n,g=n,c=1,n=s
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
pos=i
pos=i
लोको लोक pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽवगच्छति अवगम् pos=v,p=3,n=s,l=lat
प्रसक्तः प्रसञ्ज् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
पुत्र पुत्र pos=n,comp=y
पशुषु पशु pos=n,g=m,c=7,n=p
धन धन pos=n,comp=y
धान्य धान्य pos=n,comp=y
समाकुलः समाकुल pos=a,g=m,c=1,n=s