महाभारतम् — 12.277.30
Original
Segmented
प्रस्थम् वाह-सहस्रेषु यात्रा-अर्थम् च एव कोटिषु प्रासादे मञ्चक-स्थानम् यः पश्यति स मुच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रस्थम् | प्रस्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वाह | वाह | pos=n,comp=y |
सहस्रेषु | सहस्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
यात्रा | यात्रा | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
कोटिषु | कोटि | pos=n,g=f,c=7,n=p |
प्रासादे | प्रासाद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
मञ्चक | मञ्चक | pos=n,comp=y |
स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पश्यति | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुच्यते | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |