Original

वीतमोहक्लमं विप्रं ज्ञानतृप्तं जितेन्द्रियम् ।श्रेयस्कामं जितात्मानं नारदं गालवोऽब्रवीत् ॥ ४ ॥

Segmented

वीत-मोह-क्लमम् विप्रम् ज्ञान-तृप्तम् जित-इन्द्रियम् श्रेयस्कामम् जित-आत्मानम् नारदम् गालवो ऽब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
वीत वी pos=va,comp=y,f=part
मोह मोह pos=n,comp=y
क्लमम् क्लम pos=n,g=m,c=2,n=s
विप्रम् विप्र pos=n,g=m,c=2,n=s
ज्ञान ज्ञान pos=n,comp=y
तृप्तम् तृप् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
जित जि pos=va,comp=y,f=part
इन्द्रियम् इन्द्रिय pos=n,g=m,c=2,n=s
श्रेयस्कामम् श्रेयस्काम pos=a,g=m,c=2,n=s
जित जि pos=va,comp=y,f=part
आत्मानम् आत्मन् pos=n,g=m,c=2,n=s
नारदम् नारद pos=n,g=m,c=2,n=s
गालवो गालव pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan