महाभारतम् — 12.276.36
Original
Segmented
चतुर्णाम् यत्र वर्णानाम् धर्म-व्यतिकरः भवेत् न तत्र वासम् कुर्वीत श्रेयः-अर्थी वै कथंचन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चतुर्णाम् | चतुर् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
यत्र | यत्र | pos=i |
वर्णानाम् | वर्ण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
व्यतिकरः | व्यतिकर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
वासम् | वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कुर्वीत | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,comp=y |
अर्थी | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
कथंचन | कथंचन | pos=i |