महाभारतम् — 12.275.5
Original
Segmented
समङ्ग उवाच भूतम् भव्यम् भविष्यत् च सर्वम् सत्त्वेषु मानद तेषाम् तत्त्वानि जानामि ततो न विमना हि अहम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
समङ्ग | समङ्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भूतम् | भू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
भव्यम् | भू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
भविष्यत् | भू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सत्त्वेषु | सत्त्व | pos=n,g=n,c=7,n=p |
मानद | मानद | pos=a,g=m,c=8,n=s |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
तत्त्वानि | तत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=p |
जानामि | ज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ततो | ततस् | pos=i |
न | न | pos=i |
विमना | विमनस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |