महाभारतम् — 12.273.25
Original
Segmented
प्रीते तु त्वयि धर्म-ज्ञ सर्व-लोक-ईश्वरे प्रभो शक्राद् अपगमिष्यामि निवासम् तु विधत्स्व मे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रीते | प्री | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
ज्ञ | ज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
ईश्वरे | ईश्वर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रभो | प्रभु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शक्राद् | शक्र | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अपगमिष्यामि | अपगम् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
निवासम् | निवास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
विधत्स्व | विधा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |