महाभारतम् — 12.271.15
Original
Segmented
तद् एव बहुभिः माल्यैः वास्यमानम् पुनः पुनः विमुञ्चति स्वकम् गन्धम् माल्य-गन्धे ऽवतिष्ठति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
बहुभिः | बहु | pos=a,g=n,c=3,n=p |
माल्यैः | माल्य | pos=n,g=n,c=3,n=p |
वास्यमानम् | वासय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
विमुञ्चति | विमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्वकम् | स्वक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
गन्धम् | गन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
माल्य | माल्य | pos=n,comp=y |
गन्धे | गन्ध | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऽवतिष्ठति | अवस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |