महाभारतम् — 12.270.16
Original
Segmented
वृत्र उवाच सत्येन तपसा च एव विदित्वा संक्षयम् हि अहम् न शोचामि न हृष्यामि भूतानाम् आगतिम् गतिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वृत्र | वृत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सत्येन | सत्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
विदित्वा | विद् | pos=vi |
संक्षयम् | संक्षय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हि | हि | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
शोचामि | शुच् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
हृष्यामि | हृष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
भूतानाम् | भूत | pos=n,g=n,c=6,n=p |
आगतिम् | आगति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |