Original

जीर्णं सिंहमिव प्रांशुं नरसिंहं पितामहम् ।कीर्यमाणं शरैस्तीक्ष्णैर्दृष्ट्वा मे व्यथितं मनः ॥ ६ ॥

Segmented

जीर्णम् सिंहम् इव प्रांशुम् नर-सिंहम् पितामहम् कीर्यमाणम् शरैः तीक्ष्णैः दृष्ट्वा मे व्यथितम् मनः

Analysis

Word Lemma Parse
जीर्णम् जीर्ण pos=a,g=m,c=2,n=s
सिंहम् सिंह pos=n,g=m,c=2,n=s
इव इव pos=i
प्रांशुम् प्रांशु pos=a,g=m,c=2,n=s
नर नर pos=n,comp=y
सिंहम् सिंह pos=n,g=m,c=2,n=s
पितामहम् पितामह pos=n,g=m,c=2,n=s
कीर्यमाणम् कृ pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
शरैः शर pos=n,g=m,c=3,n=p
तीक्ष्णैः तीक्ष्ण pos=a,g=m,c=3,n=p
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
व्यथितम् व्यथ् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
मनः मनस् pos=n,g=n,c=1,n=s