महाभारतम् — 12.269.15
Original
Segmented
वाचो वेगम् मनसः क्रोध-वेगम् विवित्सा-वेगम् उदर-उपस्थ-वेगम् एतान् वेगान् विनयेद् वै तपस्वी निन्दा च अस्य हृदयम् न उपहन्यात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वाचो | वाच् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
वेगम् | वेग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मनसः | मनस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
वेगम् | वेग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विवित्सा | विवित्सा | pos=n,comp=y |
वेगम् | वेग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उदर | उदर | pos=n,comp=y |
उपस्थ | उपस्थ | pos=n,comp=y |
वेगम् | वेग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वेगान् | वेग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विनयेद् | विनी | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
वै | वै | pos=i |
तपस्वी | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निन्दा | निन्दा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
उपहन्यात् | उपहन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |