महाभारतम् — 12.268.5
Original
Segmented
अर्थाः खलु समृद्धा हि बाढम् दुःखम् विजानताम् असमृद्धाः तु अपि सदा मोहयन्ति अविचक्षणान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अर्थाः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
खलु | खलु | pos=i |
समृद्धा | समृध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
हि | हि | pos=i |
बाढम् | बाढम् | pos=i |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विजानताम् | विज्ञा | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
असमृद्धाः | असमृद्ध | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तु | तु | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
सदा | सदा | pos=i |
मोहयन्ति | मोहय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अविचक्षणान् | अविचक्षण | pos=a,g=m,c=2,n=p |