महाभारतम् — 12.267.37
Original
Segmented
पुण्य-पाप-मयम् देहम् क्षपयन् कर्म-संचयात् क्षीण-देहः पुनः देही ब्रह्म-त्वम् उपगच्छति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पुण्य | पुण्य | pos=n,comp=y |
पाप | पाप | pos=n,comp=y |
मयम् | मय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
देहम् | देह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
क्षपयन् | क्षपय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
संचयात् | संचय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
क्षीण | क्षि | pos=va,comp=y,f=part |
देहः | देह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
देही | देहिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपगच्छति | उपगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |