महाभारतम् — 12.266.2
Original
Segmented
भीष्म उवाच त्वे एव एतत् महा-प्राज्ञैः युक्तम् निपुण-दर्शनम् यद् उपायेन सर्व-अर्थतः नित्यम् मृगयसे ऽनघ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
त्वे | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
एव | एव | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
प्राज्ञैः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
निपुण | निपुण | pos=a,comp=y |
दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपायेन | उपाय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
अर्थतः | अर्थ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
मृगयसे | मृगय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
ऽनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |