महाभारतम् — 12.266.10
Original
Segmented
अनित्य-त्वेन च स्नेहम् क्षुधम् योगेन पण्डितः कारुण्येन आत्मनः मानम् तृष्णाम् च परितोषतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनित्य | अनित्य | pos=a,comp=y |
त्वेन | त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
स्नेहम् | स्नेह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
क्षुधम् | क्षुध् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
योगेन | योग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पण्डितः | पण्डित | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कारुण्येन | कारुण्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मानम् | मान | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तृष्णाम् | तृष्णा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
परितोषतः | परितोष | pos=n,g=m,c=5,n=s |