महाभारतम् — 12.265.7
Original
Segmented
व्याजेन चरतो धर्मम् अर्थ-व्याजः ऽपि रोचते व्याजेन सिध्यमानेषु धनेषु कुरु-नन्दन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्याजेन | व्याज | pos=n,g=m,c=3,n=s |
चरतो | चर् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
व्याजः | व्याज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
रोचते | रुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
व्याजेन | व्याज | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सिध्यमानेषु | सिध् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
धनेषु | धन | pos=n,g=n,c=7,n=p |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
नन्दन | नन्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |