महाभारतम् — 12.264.15
Original
Segmented
ततः सु रुचिरम् दृष्ट्वा स्पृहा-लग्नेन चक्षुषा मृगम् आलोक्य हिंसायाम् स्वर्ग-वासम् समर्थयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
सु | सु | pos=i |
रुचिरम् | रुचिर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
स्पृहा | स्पृहा | pos=n,comp=y |
लग्नेन | लग् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
मृगम् | मृग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आलोक्य | आलोकय् | pos=vi |
हिंसायाम् | हिंसा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
वासम् | वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समर्थयत् | समर्थय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |