महाभारतम् — 12.261.53
Original
Segmented
स्यूमरश्मिः उवाच सर्वम् एतत् मया ब्रह्मञ् शास्त्रतः परिकीर्तितम् न हि अविज्ञाय शास्त्र-अर्थम् प्रवर्तन्ते प्रवृत्तयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्यूमरश्मिः | स्यूमरश्मि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
ब्रह्मञ् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शास्त्रतः | शास्त्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
परिकीर्तितम् | परिकीर्तय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
अविज्ञाय | अविज्ञाय | pos=i |
शास्त्र | शास्त्र | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रवर्तन्ते | प्रवृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
प्रवृत्तयः | प्रवृत्ति | pos=n,g=f,c=1,n=p |