महाभारतम् — 12.261.38
Original
Segmented
स्यूमरश्मिः उवाच स्यूमरश्मिः अहम् ब्रह्मञ् जिज्ञासा-अर्थम् इह आगतः श्रेयस्कामः प्रत्यवोचम् आर्जवात् न विवक्षया इमम् च संशयम् घोरम् भगवान् प्रब्रवीतु मे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्यूमरश्मिः | स्यूमरश्मि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स्यूमरश्मिः | स्यूमरश्मि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ब्रह्मञ् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
जिज्ञासा | जिज्ञासा | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
आगतः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
श्रेयस्कामः | श्रेयस्काम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रत्यवोचम् | प्रतिवच् | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
आर्जवात् | आर्जव | pos=n,g=n,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
विवक्षया | विवक्षा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
संशयम् | संशय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
घोरम् | घोर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रब्रवीतु | प्रब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |