महाभारतम् — 12.261.28
Original
Segmented
मोघानि अगुप्त-द्वारस्य सर्वाणि एव भवन्ति उत किम् तस्य तपसा कार्यम् किम् यज्ञेन किम् आत्मना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मोघानि | मोघ | pos=a,g=n,c=1,n=p |
अगुप्त | अगुप्त | pos=a,comp=y |
द्वारस्य | द्वार | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |
एव | एव | pos=i |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
उत | उत | pos=i |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यज्ञेन | यज्ञ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |