Original

ब्राह्मणप्रभवो यज्ञो ब्राह्मणार्पण एव च ।अनु यज्ञं जगत्सर्वं यज्ञश्चानु जगत्सदा ॥ ३३ ॥

Segmented

ब्राह्मण-प्रभवः यज्ञो ब्राह्मण-अर्पणः एव च अनु यज्ञम् जगत् सर्वम् यज्ञः च अनु जगत् सदा

Analysis

Word Lemma Parse
ब्राह्मण ब्राह्मण pos=n,comp=y
प्रभवः प्रभव pos=n,g=m,c=1,n=s
यज्ञो यज्ञ pos=n,g=m,c=1,n=s
ब्राह्मण ब्राह्मण pos=n,comp=y
अर्पणः अर्पण pos=n,g=m,c=1,n=s
एव एव pos=i
pos=i
अनु अनु pos=i
यज्ञम् यज्ञ pos=n,g=m,c=2,n=s
जगत् जगन्त् pos=n,g=n,c=1,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=1,n=s
यज्ञः यज्ञ pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
अनु अनु pos=i
जगत् जगन्त् pos=n,g=n,c=2,n=s
सदा सदा pos=i