महाभारतम् — 12.26.32
Original
Segmented
दीक्षाम् यज्ञे पालनम् युद्धम् आहुः योगम् राष्ट्रे दण्डनीत्या च सम्यक् वित्त-त्यागम् दक्षिणानाम् च यज्ञे सम्यग् ज्ञानम् पावनानि इति विद्यात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दीक्षाम् | दीक्षा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
यज्ञे | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पालनम् | पालन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आहुः | अह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
योगम् | योग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
राष्ट्रे | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
दण्डनीत्या | दण्डनीति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
वित्त | वित्त | pos=n,comp=y |
त्यागम् | त्याग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दक्षिणानाम् | दक्षिणा | pos=n,g=f,c=6,n=p |
च | च | pos=i |
यज्ञे | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पावनानि | पावन | pos=a,g=n,c=1,n=p |
इति | इति | pos=i |
विद्यात् | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |