महाभारतम् — 12.259.7
Original
Segmented
सत्यवान् उवाच सर्व एव त्रयो वर्णाः कार्या ब्राह्मण-बन्धनाः धर्म-पाश-निबद्धानाम् अल्पो व्यपचरिष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सत्यवान् | सत्यवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सर्व | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
एव | एव | pos=i |
त्रयो | त्रि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वर्णाः | वर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कार्या | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
ब्राह्मण | ब्राह्मण | pos=n,comp=y |
बन्धनाः | बन्धन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
पाश | पाश | pos=n,comp=y |
निबद्धानाम् | निबन्ध् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
अल्पो | अल्प | pos=a,g=m,c=1,n=s |
व्यपचरिष्यति | व्यपचर् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |