महाभारतम् — 12.259.3
Original
Segmented
अव्याहृतम् व्याजहार सत्यवान् इति नः श्रुतम् वधाय नीयमानेषु पितुः एव अनुशासनात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अव्याहृतम् | अव्याहृत | pos=a,g=n,c=2,n=s |
व्याजहार | व्याहृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सत्यवान् | सत्यवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
वधाय | वध | pos=n,g=m,c=4,n=s |
नीयमानेषु | नी | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
पितुः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
अनुशासनात् | अनुशासन | pos=n,g=n,c=5,n=s |