महाभारतम् — 12.258.22
Original
Segmented
मुच्यते बन्धनात् पुष्पम् फलम् वृन्तात् प्रमुच्यते क्लिश्यन्न् अपि सुत-स्नेहैः पिता स्नेहम् न मुञ्चति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मुच्यते | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
बन्धनात् | बन्धन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
पुष्पम् | पुष्प | pos=n,g=n,c=1,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वृन्तात् | वृन्त | pos=n,g=n,c=5,n=s |
प्रमुच्यते | प्रमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
क्लिश्यन्न् | क्लिश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अपि | अपि | pos=i |
सुत | सुत | pos=n,comp=y |
स्नेहैः | स्नेह | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्नेहम् | स्नेह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
मुञ्चति | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |