महाभारतम् — 12.255.40
Original
Segmented
एतान् ईदृशकान् धर्मान् आचरन्न् इह जाजले कारणैः धर्मम् अन्विच्छन् न लोकान् आप्नुते शुभान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
ईदृशकान् | ईदृशक | pos=a,g=m,c=2,n=p |
धर्मान् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आचरन्न् | आचर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इह | इह | pos=i |
जाजले | जाजलि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कारणैः | कारण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अन्विच्छन् | अन्विष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आप्नुते | आप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शुभान् | शुभ | pos=a,g=m,c=2,n=p |