महाभारतम् — 12.255.36
Original
Segmented
अस्मिन्न् एव आत्म-तीर्थे न पशवः प्राप्नुयुः सुखम् अथ स्व-कर्मणा केन वाणिज प्राप्नुयात् सुखम् शंस मे तत् महा-प्राज्ञैः भृशम् वै श्रद्दधामि ते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अस्मिन्न् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
एव | एव | pos=i |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
तीर्थे | तीर्थ | pos=n,g=n,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
पशवः | पशु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्राप्नुयुः | प्राप् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
केन | क | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वाणिज | वाणिज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्राप्नुयात् | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शंस | शंस् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
प्राज्ञैः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
वै | वै | pos=i |
श्रद्दधामि | श्रद्धा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |