महाभारतम् — 12.255.27
Original
Segmented
प्रापयेयुः प्रजाः स्वर्गम् स्वधर्म-चरणेन वै इति मे वर्तते बुद्धिः समा सर्वत्र जाजले
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रापयेयुः | प्रापय् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
प्रजाः | प्रजा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्वधर्म | स्वधर्म | pos=n,comp=y |
चरणेन | चरण | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वै | वै | pos=i |
इति | इति | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
समा | सम | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
जाजले | जाजलि | pos=n,g=m,c=8,n=s |