महाभारतम् — 12.255.12
Original
Segmented
तस्मात् सु अनुष्ठितात् पूर्वे सर्वान् कामान् च लेभिरे अकृष्ट-पच्या पृथिवी आशीर्भिः वीरुधो ऽभवन् न ते यज्ञेषु आत्मसु वा फलम् पश्यन्ति किंचन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
सु | सु | pos=i |
अनुष्ठितात् | अनुष्ठा | pos=va,g=n,c=5,n=s,f=part |
पूर्वे | पूर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
कामान् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
लेभिरे | लभ् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
अकृष्ट | अकृष्ट | pos=a,comp=y |
पच्या | पच्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
पृथिवी | पृथिवी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
आशीर्भिः | आशिस् | pos=n,g=,c=3,n=p |
वीरुधो | वीरुध् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
ऽभवन् | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
न | न | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
यज्ञेषु | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
आत्मसु | आत्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
वा | वा | pos=i |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पश्यन्ति | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
किंचन | कश्चन | pos=n,g=n,c=2,n=s |