महाभारतम् — 12.254.13
Original
Segmented
इति माम् त्वम् विजानीहि सर्व-लोकस्य जाजले समम् मतिमताम् श्रेष्ठ सम-लोष्ट-अश्म-काञ्चनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
विजानीहि | विज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जाजले | जाजलि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
समम् | सम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मतिमताम् | मतिमत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
सम | सम | pos=n,comp=y |
लोष्ट | लोष्ट | pos=n,comp=y |
अश्म | अश्मन् | pos=n,comp=y |
काञ्चनम् | काञ्चन | pos=n,g=m,c=2,n=s |