महाभारतम् — 12.251.18
Original
Segmented
यदा नियति-कार्पण्यम् अथ एषाम् एव रोचते न हि अत्यन्तम् धनवन्तो भवन्ति सुखिनो ऽपि वा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
नियति | नियति | pos=n,comp=y |
कार्पण्यम् | कार्पण्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
एषाम् | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
एव | एव | pos=i |
रोचते | रुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
अत्यन्तम् | अत्यन्तम् | pos=i |
धनवन्तो | धनवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सुखिनो | सुखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
वा | वा | pos=i |