महाभारतम् — 12.249.13
Original
Segmented
नारद उवाच श्रुत्वा तु वचनम् देवः स्थाणोः नियमित-वाच्-मनाः तेजः तत् स्वम् निजग्राह पुनः एव अन्तः आत्मना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नारद | नारद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
देवः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्थाणोः | स्थाणु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
नियमित | नियम् | pos=va,comp=y,f=part |
वाच् | वाच् | pos=n,comp=y |
मनाः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तेजः | तेजस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
स्वम् | स्व | pos=a,g=n,c=2,n=s |
निजग्राह | निग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पुनः | पुनर् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अन्तः | अन्तर् | pos=i |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |