महाभारतम् — 12.243.1
Original
Segmented
व्यास उवाच गन्धान् रसान् न अनुरुन्ध्यात् सुखम् वा न अलंकारान् च आप्नुयात् तस्य तस्य मानम् च कीर्तिम् च यशः च न इच्छेत् स वै प्रचारः पश्यतो ब्राह्मणस्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्यास | व्यास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गन्धान् | गन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=p |
रसान् | रस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
न | न | pos=i |
अनुरुन्ध्यात् | अनुरुध् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
न | न | pos=i |
अलंकारान् | अलंकार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
आप्नुयात् | आप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मानम् | मान | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
कीर्तिम् | कीर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
यशः | यशस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
इच्छेत् | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
प्रचारः | प्रचार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पश्यतो | दृश् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
ब्राह्मणस्य | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=s |