Original

यथा पुष्पफलोपेतो बहुशाखो महाद्रुमः ।आत्मनो नाभिजानीते क्व मे पुष्पं क्व मे फलम् ॥ ८ ॥

Segmented

यथा पुष्प-फल-उपेतः बहु-शाखः महा-द्रुमः आत्मनो न अभिजानीते क्व मे पुष्पम् क्व मे फलम्

Analysis

Word Lemma Parse
यथा यथा pos=i
पुष्प पुष्प pos=n,comp=y
फल फल pos=n,comp=y
उपेतः उपे pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
बहु बहु pos=a,comp=y
शाखः शाखा pos=n,g=m,c=1,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
द्रुमः द्रुम pos=n,g=m,c=1,n=s
आत्मनो आत्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
pos=i
अभिजानीते अभिज्ञा pos=v,p=3,n=s,l=lat
क्व क्व pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
पुष्पम् पुष्प pos=n,g=n,c=1,n=s
क्व क्व pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
फलम् फल pos=n,g=n,c=1,n=s