महाभारतम् — 12.241.13
Original
Segmented
लोकम् आतुरम् असूयते जनस् तत् तद् एव च निरीक्ष्य शोचते तत्र पश्य कुशलान् अ शुच् ये विदुः तत् उभयम् कृत-अकृतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आतुरम् | आतुर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
असूयते | असूय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
जनस् | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
निरीक्ष्य | निरीक्ष् | pos=vi |
शोचते | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तत्र | तत्र | pos=i |
पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
कुशलान् | कुशल | pos=a,g=m,c=2,n=p |
अ | अ | pos=i |
शुच् | शुच् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विदुः | विद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उभयम् | उभय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
अकृतम् | अकृत | pos=a,g=n,c=2,n=s |