महाभारतम् — 12.240.9
Original
Segmented
यदा प्रार्थयते किंचित् तदा भवति सा मनः अधिष्ठानानि वै बुद्ध्या पृथग् एतानि संस्मरेत् इन्द्रियाणि एव मेध्यानि विजेतव्यानि कृत्स्नशः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
प्रार्थयते | प्रार्थय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अधिष्ठानानि | अधिष्ठान | pos=n,g=n,c=2,n=p |
वै | वै | pos=i |
बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
पृथग् | पृथक् | pos=i |
एतानि | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
संस्मरेत् | संस्मृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
इन्द्रियाणि | इन्द्रिय | pos=n,g=n,c=1,n=p |
एव | एव | pos=i |
मेध्यानि | मेध्य | pos=a,g=n,c=1,n=p |
विजेतव्यानि | विजि | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=krtya |
कृत्स्नशः | कृत्स्नशस् | pos=i |