Original

परिद्रष्टा गुणानां स स्रष्टा चैव यथातथम् ।सत्त्वक्षेत्रज्ञयोरेतदन्तरं विद्धि सूक्ष्मयोः ॥ १९ ॥

Segmented

परिद्रष्टा गुणानाम् स स्रष्टा च एव यथातथम् सत्त्व-क्षेत्रज्ञयोः एतद् अन्तरम् विद्धि सूक्ष्मयोः

Analysis

Word Lemma Parse
परिद्रष्टा परिद्रष्टृ pos=n,g=m,c=1,n=s
गुणानाम् गुण pos=n,g=m,c=6,n=p
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
स्रष्टा स्रष्टृ pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
एव एव pos=i
यथातथम् यथातथ pos=a,g=n,c=2,n=s
सत्त्व सत्त्व pos=n,comp=y
क्षेत्रज्ञयोः क्षेत्रज्ञ pos=n,g=m,c=6,n=d
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
अन्तरम् अन्तर pos=n,g=n,c=2,n=s
विद्धि विद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
सूक्ष्मयोः सूक्ष्म pos=a,g=m,c=6,n=d