Original

शुक उवाच ।अध्यात्मं विस्तरेणेह पुनरेव वदस्व मे ।यदध्यात्मं यथा चेदं भगवन्नृषिसत्तम ॥ १ ॥

Segmented

शुक उवाच अध्यात्मम् विस्तरेण इह पुनः एव वदस्व मे यद् अध्यात्मम् यथा च इदम् भगवन्न् ऋषि-सत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
शुक शुक pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अध्यात्मम् अध्यात्म pos=n,g=n,c=2,n=s
विस्तरेण विस्तर pos=n,g=m,c=3,n=s
इह इह pos=i
पुनः पुनर् pos=i
एव एव pos=i
वदस्व वद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
यद् यत् pos=i
अध्यात्मम् अध्यात्म pos=n,g=n,c=1,n=s
यथा यथा pos=i
pos=i
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
भगवन्न् भगवत् pos=a,g=m,c=8,n=s
ऋषि ऋषि pos=n,comp=y
सत्तम सत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s