Original

महतः परमव्यक्तमव्यक्तात्परतोऽमृतम् ।अमृतान्न परं किंचित्सा काष्ठा सा परा गतिः ॥ ४ ॥

Segmented

महतः परम् अव्यक्तम् अव्यक्तात् परतो ऽमृतम् अमृतात् न परम् किंचित् सा काष्ठा सा परा गतिः

Analysis

Word Lemma Parse
महतः महन्त् pos=n,g=m,c=5,n=s
परम् पर pos=n,g=n,c=1,n=s
अव्यक्तम् अव्यक्त pos=n,g=n,c=1,n=s
अव्यक्तात् अव्यक्त pos=n,g=n,c=5,n=s
परतो परतस् pos=i
ऽमृतम् अमृत pos=n,g=n,c=1,n=s
अमृतात् अमृत pos=n,g=n,c=5,n=s
pos=i
परम् पर pos=n,g=n,c=1,n=s
किंचित् कश्चित् pos=n,g=n,c=1,n=s
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
काष्ठा काष्ठा pos=n,g=f,c=1,n=s
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
परा पर pos=n,g=f,c=1,n=s
गतिः गति pos=n,g=f,c=1,n=s