महाभारतम् — 12.238.18
Original
Segmented
श्लाघते श्लाघनीयाय प्रशान्ताय तपस्विने इदम् प्रियाय पुत्राय शिष्याय अनुगताय च रहस्य-धर्मम् वक्तव्यम् न अन्यस्मै तु कथंचन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्लाघते | श्लाघ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
श्लाघनीयाय | श्लाघ् | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=krtya |
प्रशान्ताय | प्रशम् | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
तपस्विने | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रियाय | प्रिय | pos=a,g=m,c=4,n=s |
पुत्राय | पुत्र | pos=n,g=m,c=4,n=s |
शिष्याय | शिष्य | pos=n,g=m,c=4,n=s |
अनुगताय | अनुगम् | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
रहस्य | रहस्य | pos=n,comp=y |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वक्तव्यम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
न | न | pos=i |
अन्यस्मै | अन्य | pos=n,g=m,c=4,n=s |
तु | तु | pos=i |
कथंचन | कथंचन | pos=i |