महाभारतम् — 12.235.8
Original
Segmented
वेद-विद्या-व्रत-स्नाताः श्रोत्रिया वेद-पारगाः स्वधर्म-जीविन् दान्ताः क्रियावन्तः तपस्विनः तेषाम् हव्यम् च कव्यम् च अपि अर्हण-अर्थम् विधीयते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वेद | वेद | pos=n,comp=y |
विद्या | विद्या | pos=n,comp=y |
व्रत | व्रत | pos=n,comp=y |
स्नाताः | स्ना | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
श्रोत्रिया | श्रोत्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वेद | वेद | pos=n,comp=y |
पारगाः | पारग | pos=a,g=m,c=1,n=p |
स्वधर्म | स्वधर्म | pos=n,comp=y |
जीविन् | जीविन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
दान्ताः | दम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
क्रियावन्तः | क्रियावत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तपस्विनः | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
हव्यम् | हव्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कव्यम् | कव्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अर्हण | अर्हण | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विधीयते | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |