महाभारतम् — 12.235.26
Original
Segmented
स्वर्ग-लोके गृहस्थानाम् प्रतिष्ठा नियमित-आत्मनाम् ब्रह्मणा विहिता श्रेणिः एषा यस्मात् प्रमुच्यते द्वितीयम् क्रमशः प्राप्य स्वर्ग-लोके महीयते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
गृहस्थानाम् | गृहस्थ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
प्रतिष्ठा | प्रतिष्ठा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
नियमित | नियम् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मनाम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
ब्रह्मणा | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विहिता | विधा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
श्रेणिः | श्रेणि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
एषा | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यस्मात् | यस्मात् | pos=i |
प्रमुच्यते | प्रमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
द्वितीयम् | द्वितीय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
क्रमशः | क्रमशस् | pos=i |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
महीयते | महीय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |