Original

यत्र तद्ब्रह्म परममव्यक्तमजरं ध्रुवम् ।अव्याहतमनायासममृतं चावियोगि च ॥ १३ ॥

Segmented

यत्र तद् ब्रह्म परमम् अव्यक्तम् अजरम् ध्रुवम् अव्याहतम् अनायासम् अमृतम् च अवियोगिन् च

Analysis

Word Lemma Parse
यत्र यत्र pos=i
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
ब्रह्म ब्रह्मन् pos=n,g=n,c=1,n=s
परमम् परम pos=a,g=n,c=1,n=s
अव्यक्तम् अव्यक्त pos=a,g=n,c=1,n=s
अजरम् अजर pos=a,g=n,c=1,n=s
ध्रुवम् ध्रुव pos=a,g=n,c=1,n=s
अव्याहतम् अव्याहत pos=a,g=n,c=1,n=s
अनायासम् अनायास pos=a,g=n,c=1,n=s
अमृतम् अमृत pos=a,g=n,c=1,n=s
pos=i
अवियोगिन् अवियोगिन् pos=a,g=n,c=1,n=s
pos=i