महाभारतम् — 12.233.11
Original
Segmented
कर्मणः फलम् आप्नोति सुख-दुःखे भव-अभवौ विद्यया तद् अवाप्नोति यत्र गत्वा न शोचति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कर्मणः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आप्नोति | आप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
दुःखे | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=d |
भव | भव | pos=n,comp=y |
अभवौ | अभव | pos=n,g=m,c=2,n=d |
विद्यया | विद्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवाप्नोति | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यत्र | यत्र | pos=i |
गत्वा | गम् | pos=vi |
न | न | pos=i |
शोचति | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |