महाभारतम् — 12.232.22
Original
Segmented
प्रतिभाम् उपसर्गान् च अपि उपसंगृह्य योगतः तान् तत्त्व-विद् अनादृत्य स्व-आत्मना एव निवर्तयेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रतिभाम् | प्रतिभा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
उपसर्गान् | उपसर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
उपसंगृह्य | उपसंग्रह् | pos=vi |
योगतः | योग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
विद् | विद् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अनादृत्य | अनादृत्य | pos=i |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
निवर्तयेत् | निवर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |