महाभारतम् — 12.23.3
Original
Segmented
स्वधर्मम् चर धर्म-ज्ञ यथाशास्त्रम् यथाविधि न हि गार्हस्थ्यम् उत्सृज्य ते अरण्यम् विधीयते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्वधर्मम् | स्वधर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
चर | चर् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
ज्ञ | ज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
यथाशास्त्रम् | यथाशास्त्रम् | pos=i |
यथाविधि | यथाविधि | pos=i |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
गार्हस्थ्यम् | गार्हस्थ्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अरण्यम् | अरण्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विधीयते | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |