Original

अथ धूमस्य विरमे द्वितीयं रूपदर्शनम् ।जलरूपमिवाकाशे तत्रैवात्मनि पश्यति ॥ १८ ॥

Segmented

अथ धूमस्य विरमे द्वितीयम् रूप-दर्शनम् जल-रूपम् इव आकाशे तत्र एव आत्मनि पश्यति

Analysis

Word Lemma Parse
अथ अथ pos=i
धूमस्य धूम pos=n,g=m,c=6,n=s
विरमे विरम pos=n,g=m,c=7,n=s
द्वितीयम् द्वितीय pos=a,g=n,c=1,n=s
रूप रूप pos=n,comp=y
दर्शनम् दर्शन pos=n,g=n,c=1,n=s
जल जल pos=n,comp=y
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=2,n=s
इव इव pos=i
आकाशे आकाश pos=n,g=n,c=7,n=s
तत्र तत्र pos=i
एव एव pos=i
आत्मनि आत्मन् pos=n,g=m,c=7,n=s
पश्यति दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lat