महाभारतम् — 12.226.7
Original
Segmented
प्रजावाञ् श्रोत्रियो यज्वा मुक्तो दिव्यैः त्रिभिः ऋणैः अथ अन्यान् आश्रमान् पश्चात् पूतो गच्छति कर्मभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रजावाञ् | प्रजावत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
श्रोत्रियो | श्रोत्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यज्वा | यज्वन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मुक्तो | मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
दिव्यैः | दिव्य | pos=a,g=n,c=3,n=p |
त्रिभिः | त्रि | pos=n,g=n,c=3,n=p |
ऋणैः | ऋण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
अथ | अथ | pos=i |
अन्यान् | अन्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आश्रमान् | आश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पश्चात् | पश्चात् | pos=i |
पूतो | पू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=p |