Original

दिव्यं मृष्टशलाकं तु सौवर्णं परमर्द्धिमत् ।छत्रं देवावृधो दत्त्वा सराष्ट्रोऽभ्यपतद्दिवम् ॥ २१ ॥

Segmented

दिव्यम् मृष्ट-शलाकम् तु सौवर्णम् परम-ऋद्धिमत् छत्रम् देवावृधो दत्त्वा स राष्ट्रः ऽभ्यपतद् दिवम्

Analysis

Word Lemma Parse
दिव्यम् दिव्य pos=a,g=n,c=2,n=s
मृष्ट मृज् pos=va,comp=y,f=part
शलाकम् शलाका pos=n,g=n,c=2,n=s
तु तु pos=i
सौवर्णम् सौवर्ण pos=a,g=n,c=2,n=s
परम परम pos=a,comp=y
ऋद्धिमत् ऋद्धिमत् pos=a,g=n,c=2,n=s
छत्रम् छत्त्र pos=n,g=n,c=2,n=s
देवावृधो देवावृध pos=n,g=m,c=1,n=s
दत्त्वा दा pos=vi
pos=i
राष्ट्रः राष्ट्र pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽभ्यपतद् अभिपत् pos=v,p=3,n=s,l=lan
दिवम् दिव् pos=n,g=m,c=2,n=s