Original

प्रतर्दनः काशिपतिः प्रदाय नयने स्वके ।ब्राह्मणायातुलां कीर्तिमिह चामुत्र चाश्नुते ॥ २० ॥

Segmented

प्रतर्दनः काशि-पतिः प्रदाय नयने स्वके ब्राह्मणाय अतुलाम् कीर्तिम् इह च अमुत्र च अश्नुते

Analysis

Word Lemma Parse
प्रतर्दनः प्रतर्दन pos=n,g=m,c=1,n=s
काशि काशि pos=n,comp=y
पतिः पति pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रदाय प्रदा pos=vi
नयने नयन pos=n,g=n,c=2,n=d
स्वके स्वक pos=a,g=n,c=2,n=d
ब्राह्मणाय ब्राह्मण pos=n,g=m,c=4,n=s
अतुलाम् अतुल pos=a,g=f,c=2,n=s
कीर्तिम् कीर्ति pos=n,g=f,c=2,n=s
इह इह pos=i
pos=i
अमुत्र अमुत्र pos=i
pos=i
अश्नुते अश् pos=v,p=3,n=s,l=lat